"चींटी की मेहनत": Poem(Poetry) English-Hindi (Hinglish Poetry) Poetry aur Kavitayen
"चींटी की मेहनत"
"चींटी की मेहनत": Poem(Poetry) English-Hindi (Hinglish Poetry) Poetry aur Kavitayen |
कहानी छोटी सी है ,
कहानी चींटी की है ,
छोटी मोटी काली चींटी ,
अपने बल से अधिक भार,
ढोती देखी मैंने आज एक चींटी।
टुकड़ा एक था मगर विशाल,
अधिक था उससे ,उससे उसकी
क़ाबिलियत बताता ,बुझता
और कठोर पहाड़ पर चढ़ाता।
मगर मेरी प्यारी छोटी ,
मोटी और काली चींटी ,
किसी की भी बातों
में ना आती चींटी।
लड़खड़ाते और डगमगते,
उसने अपना कठोर परिश्रम
कर मुश्किल पथ को ढाल
बनाकर ,चल ऐसा मन
को सुझाया ।
छोटी मोटी काली चींटी
ने ख़ुद के बल से अधिक ,
आज फिर भार उठाया ।
मेहनत उसकी रंग लाई और
चींटी को उसके घर लाई।
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thankyou