माया बांटती है अपनी खुशी - (भाग 4); STORIES; stories for kids; Hindi Kahaniya;English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

माया बांटती है अपनी खुशी - (भाग 4);  STORIES; stories for kids; Hindi Kahaniya;English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

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👉माया बांटती है अपनी खुशी - भाग 4


विवरण (DISCRIPTION): यह कहानी माया के बारे में है जो एक सुपर हीरो बनना चाहती है।अपने गाँव से एक नए स्थान पर उसका जाना, उसे वह सब फिर से बनाने की इच्छा रखती है जो वह खो रही थी । उसे हासिल करने का उसका दृढ़ संकल्प उसे उसके सपने के करीब ले जाता है। माया किसके लिए सुपर हीरो बनना चाहती है और वह क्या कर रही है, यह जानने के लिए कहानी पढ़ें!

एक हफ्ते बाद पौधे पर इतने फूल आए। उसे अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। अब वह असमंजस में पड़ गई- क्या मैं अब भी सपना देख रही हूं या सच में ऐसा हो रहा है? वह खुद से सवाल करती है।


        माया बांटती है अपनी खुशी - भाग 4

उस दिन वह बहुत खुशी-खुशी स्कूल गई। माया अपने सभी दोस्तों को फूलों के बारे में बताती है। लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था, क्योंकि उस रेगिस्तान में आज तक किसी ने एक पौधा/पेड़ नहीं उगाया। अब उसके सभी दोस्त उसके घर जाना चाहते हैं। एक दिन माया जब स्कूल से घर आयी तो बड़ी आश्चर्य हो गयी। उसके सभी दोस्त उन फूलों को देखने के लिए माया के घर आ गए थे , यह जानने के लिए कि वह वास्तव में है या नहीं।



माया बांटती है अपनी खुशी - भाग 4

जब वे पहुंचे तो उन्होंने उन फूलों को देखा और सभी खुशी से चिल्ला उठे - "हे भगवान! यह क्या है, यह कैसे हो गया?” और अचानक उन्होंने देखा कि एक तितली आकर एक फूल पर बैठी है। उत्साह से वे सभी ऊपर-नीचे कूदने लगे।

वे खुशी से चिल्ला रहे थे, हंस रहे थे और एक-दूसरे को बधाइयां दे रहे थे। यह अविश्वसनीय था। क्योंकि उन्होंने उस गांव में कभी तितली नहीं देखी।

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माया अपना अधिक से अधिक समय पेड़-पौधों के साथ बिताने लगी। वह जब भी फ्री होतीं उनके साथ बैठ कर बातें करतीं। माया ने उन पेड़-पौधों को अच्छा पौष्टिक आहार और पानी सही-सही समय पर देती रही,जिससे  कि वे स्वस्थ रहें।

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