"साथ चलने की कहानी":Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

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 साथ चलने की कहानी

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 "साथ चलने की कहानी":Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen


साथ चलने की कहानी, 
बात उस रात की वही ,जब आपस में मिलते थे 
तुम ज्यादा हस्ते और हम कम मतलब रखते थे.


थोड़ी-थोड़ी बातें आगे 
पीछे-पीछे साथ तुम्हारा, नदी पार जब चलते थे,
तुम ज्यादा हस्ते और हम कम मतलब रखते थे.


बीच नदी उछल कूद करते
बार बार हज़ार बार हम डरते, तुम्हें समझते और समझाते थे
तुम ज्यादा हस्ते और हम कम मतलब रखते थे.

बनती बिगड़ती थी अपनी
में इधर तो तुम उधर चलते, रूठते मनाते तुम्हें,हम थकते थे
तुम ज्यादा हस्ते और हम कम मतलब रखते थे.

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