"किताब या दोस्त":Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

 "किताब या दोस्त":Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen


📖    किताब या दोस्त  📖


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"किताब या दोस्त":Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

ध्यान मेरा तुम रखती थी,
साथ हमेशा तुम चलती थी,
मुझे अकेला ना छोड़ा तुमने,
ना छोड़ा मेंनें तुम्हें अकेला,
बिगड़ी बात बना तुम देती थी,
जिस घर में जाती तुम साथ चला करती थी,
भीग अगर में जाती ,गीली तुम भी हुआ करती थी,
एसी पक्की दोस्ती तुम्हारी मेरी हुआ करती थी,
मन उदास तुम बदल देती,
हर रास्ता तुम मुझे दिखाती,
पल पल का हिसाब तुम रखती,
एक पाल को भी भी ना छोड़ती,
मुझमें तुम क्या पाती थी,
तुम तो मुझे सब दे जाती थी,
हाँथ पकड़ तुम चलती थी,
गले से लिपटी तुम रहती थी
सोते जागते साथ तुम रहती थी,
किताब नहीं ,दोस्त थी|


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